नए साल में बुजुर्गों को राहत, बैंकिंग और यूपीआई में बड़े बदलाव

नए साल में बुजुर्गों को राहत, बैंकिंग और यूपीआई में बड़े बदलाव

2025 की शुरुआत के साथ कई वित्तीय नियमों में बदलाव हुए हैं, जो खासकर पेंशनधारकों, एफडी निवेशकों और यूपीआई उपयोगकर्ताओं को प्रभावित करेंगे।

बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए राहत की खबर यह है कि 1 जनवरी 2025 से कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने पेंशन निकासी प्रक्रिया को सरल बना दिया है। अब पेंशनधारक देश के किसी भी बैंक शाखा से पेंशन निकाल सकते हैं, और इसके लिए अतिरिक्त सत्यापन की आवश्यकता नहीं होगी। यह कदम ईपीएफओ की आईटी आधुनिकीकरण परियोजना, सीआईटीईएस 2.01 के तहत केंद्रीय पेंशन भुगतान प्रणाली (सीपीपीएस) के माध्यम से लागू किया गया है। इसके तहत 78 लाख पेंशनभोगियों को सुविधा मिलेगी।

भारतीय रिजर्व बैंक ने गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों और हाउसिंग फाइनेंस फर्मों के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) नियमों में बदलाव किया है। नए नियमों के तहत गंभीर बीमारी के मामलों में एफडी की पूरी राशि निकासी की अनुमति होगी, जबकि छोटी जमाराशि (₹10,000 से कम) की प्री-मैच्योर निकासी भी अब संभव है।

यूपीआई भुगतान के क्षेत्र में भी बड़े बदलाव हुए हैं। 1 जनवरी 2025 से तीसरे पक्ष के पूर्ण-केवाईसी प्रीपेड कार्ड से यूपीआई भुगतान की सुविधा उपलब्ध हो गई है। इसके साथ ही यूपीआई 123पे सेवा के तहत फीचर फोन उपयोगकर्ताओं के लिए लेनदेन सीमा ₹5,000 से बढ़ाकर ₹10,000 कर दी गई है।

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