अब आँचल डेयरी में शहद भी मिलेगा
उत्तराखंड में अब आंचल का शहद भी लोगों को मिल्क पार्लरों में मिल सकेगा। दुग्ध उत्पादकों की आय के साधन बढ़ाने और दूसरे किसानों को भी शहद उत्पादन से जोड़ने के लिए डेयरी विकास की ओर से हनी-बी एफ पीओ को शुरू किया गया है। इसके तहत किसान दूध के साथ आंचल के लिए शहद का भी उत्पादन कर सकेंगे। समितियों से जुड़े किसानों के अलावा दूसरे किसानों को भी इस योजना से जोड़ा जा रहा है। हरिद्वार जिले से इसकी शुरुआत होगी। डेयरी विकास विभाग किसानों को मौनबक्सों का वितरण करेगा। केंद्र सरकार की राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड की ओर से उत्तराखंड कॉपरेटिव डेयरी फेडरेशन और फार्मर प्रोडक्शन ऑर्गनाईजेशन की हनी-बी योजना के लिए 11 लाख रुपये का बजट जारी हुआ है। दूसरे चरण में खेती बागवानी से जुड़े किसानों को भी समितियों में जोड़ा जाना है।
एनडीडीबी की योजना के तहत सबसे पहले हरिद्वार जिले के दुग्ध उत्पादकों को इससे जोड़ा जा रहा है। इसके अलावा दूसरे किसानों को भी दूसरे चरण में जोड़े जाने की प्रकिया होगी। इन उत्पादकों की ओर से उत्पादित शहद को मिल्क पार्लरों और बूथ में बेचा जाएगा। – जयदीप अरोरा, संयुक्त निदेशक, डेयरी विकास विभाग उत्तराखंड।
बाल मिठाई तक बाजार में उतार चुका है आंचल
डेयरी विकास विभाग की ओर से दूध से लेकर लड्डू और मिठाई बेची जा रही है। आंचल की छांछ, घी और टेट्रापैक मिल्क भी मिल रहा है।