सूरजपूर, जिनके हाथों में जाकर सुरक्षित जिंदगी की सौ फीसद गारंटी होती है उनके ही हाथों हुई गलती और लापरवाही ने नवजात को दुनिया में पूरी तरह आने भी नहीं दिया और गर्भ में ही मौत हो गई। दरअसल, सोमवार को छत्‍तीसगढ़ के प्रतापपुर की लक्ष्‍मी के साथ यह हादसा हुआ।

दर्द से कराहती लक्ष्‍मी के नवजात का हाथ बाहर आ गया था लेकिन नर्स शिवकुमारी जायसवाल ने उसे अंदर डालने की कोशिश की और इसी क्रम में बच्‍चे का हाथ टूट गया। इस घटना के बाद बच्‍चे की मौत हो गई।

प्रतापपुर निवासी दंपति ने डिलीवरी के दौरान बच्‍चे की मौत का आरोप अस्‍पताल की नर्स पर लगाया है उनका कहना है कि नवजात की मौत नर्स की लापरवाही के कारण हुई है। दंपति ने बताया कि डिलीवरी के लिए अस्‍पताल जाने के दौरान एंबुलेंस ड्राइवर ने कहा कि नर्स के घर पर ही डिलीवरी करा लें और वे वहीं चले गए।

प्रतापपुर के ब्‍लॉक मेडिकल ऑफिसर राजेश ने बताया, ‘मुझे वरिष्‍ठ अधिकारियों की ओर से हादसे की जांच के आदेश मिले हैं। हम दोनों पक्षों से पूछताछ करेंगे और तब कार्रवाई की जाएगी।’