परीक्षा पे चर्चा में पीएम मोदी की सीख: नेतृत्व और टीम वर्क का मंत्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ के दौरान स्कूली बच्चों को नेतृत्व क्षमता के गुर सिखाए। उन्होंने कहा कि किसी भी लीडर के लिए टीम वर्क सीखना बहुत जरूरी है।
नेतृत्व और टीम वर्क का महत्व
पीएम मोदी ने कहा कि एक लीडर को खुद अनुशासित होना चाहिए, दूसरों की मदद करनी चाहिए और उनकी कठिनाइयों को समझना चाहिए। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि कोई मॉनिटर समय पर नहीं आता या होमवर्क नहीं करता, तो उसे कोई स्वीकार नहीं करेगा। लीडर वही बनता है जिसे लोग अपने व्यवहार के आधार पर स्वीकार करें।
विश्वास और नेतृत्व की पहचान
प्रधानमंत्री ने छात्रों को बताया कि एक अच्छे लीडर को टीम वर्क में सहयोग करना चाहिए और दूसरों की परेशानियों को समझना चाहिए। उन्होंने सिद्धांत दिया कि ‘जहां कम, वहां हम’, यानी जहां जरूरत हो, वहां नेतृत्व करना चाहिए। किसी भी लीडर की सफलता उसके प्रति लोगों के विश्वास से तय होती है।
आत्मविकास और चुनौतियों से लड़ने की सीख
प्रधानमंत्री मोदी ने छात्रों से कहा कि वे खुद की चुनौतियों से लड़ें और आत्मविकास पर ध्यान दें। उन्होंने उदाहरण दिया कि अगर किसी छात्र के पहले 30 अंक आए थे, तो उसे अगली बार 35 अंक लाने का प्रयास करना चाहिए। यही आत्मविकास की प्रक्रिया है, जिससे कोई भी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।