राज्य में उत्पादित बिजली के लिए 12 रुपये की मांग, परियोजना का टैरिफ बढ़ाने की याचिका दायर

राज्य में उत्पादित बिजली के लिए 12 रुपये की मांग, परियोजना का टैरिफ बढ़ाने की याचिका दायर

प्रदेश में बिजली की महंगाई कैसे रुकेगी, जब राज्य में पैदा हो रही बिजली के दाम ही 12 रुपये प्रति यूनिट तक पहुंच जाएंगे। उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) ने व्यासी परियोजना से पैदा होने वाली बिजली के दाम 11.84 रुपये प्रति यूनिट देने की मांग आयोग के सामने रखी है। दरअसल, व्यासी परियोजना अभी 120 मेगावाट क्षमता पर चल रही है। इससे ऊपर लखवाड़ परियोजना बननी है। परियोजना से पैदा होने वाली बिजली की शुरुआती कीमत भी करीब 8.50 रुपये प्रति यूनिट आई थी। आगामी वित्तीय वर्ष से यूजेवीएनएल ने इस परियोजना की बिजली के दाम बढ़ाने की मांग की है। इसके पीछे परियोजना पर हो रहे खर्च को कारण बताया गया है।

उधर, सामान्य तौर पर बाजार में बिजली की स्थिति देखें तो दाम औसतन सात से आठ रुपये तक और पीक आवर में दाम 10 रुपये प्रति यूनिट तक चले जाते हैं, लेकिन यूजेवीएनएल से जो बिजली यूपीसीएल खरीदेगा, उसके दाम ही इतना अधिक होगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इससे यूपीसीएल की बिजली दरों पर प्रभाव पड़ता है।

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चूंकि, नियमानुसार यूजेवीएनएल की परियोजनाओं से पैदा होने वाली बिजली को यूपीसीएल को खरीदना होता है। इस साल यूजेवीएनएल ने सभी परियोजनाओं को लेकर जो याचिकाएं दायर कीं हैं, उसके तहत यूपीसीएल की बिजली दरों में 1.5 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।

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