संभल शिव मंदिर और कुएं की होगी कार्बन डेटिंग, एएसआई को जिला प्रशासन ने लिखा पत्र
संभल जिले के शंकर मंदिर और वहां स्थित कुएं की ऐतिहासिकता की जांच के लिए जिला प्रशासन ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को कार्बन डेटिंग का प्रस्ताव भेजा है। यह मंदिर 1978 के सांप्रदायिक दंगों के बाद से बंद था और अब इसे दोबारा खोला गया है।
जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि यह मंदिर कार्तिक महादेव का है और यहां मौजूद कुएं को अमृत कूप कहा जाता है। सुरक्षा के मद्देनजर मंदिर में 24 घंटे निगरानी के लिए गार्ड और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। मंदिर में पूजा-अर्चना भी शुरू हो गई है, और परिसर की सफाई व बिजली की व्यवस्था पूरी कर ली गई है।
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार ने बताया कि मंदिर जाने वाली सभी सड़कों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया जा रहा है। सुरक्षा के लिए पीएसी बल को तैनात किया गया है।
नगर हिंदू सभा के संरक्षक विष्णु शरण रस्तोगी ने बताया कि 1978 के बाद यह मंदिर बंद हो गया था। उस समय दंगों के कारण इलाके के कई परिवारों ने अपना घर खाली कर दिया, और मंदिर देखरेख के अभाव में बंद हो गया। अब दशकों बाद इसे फिर से खोलने का कार्य पूरा हुआ है।
उपजिलाधिकारी वंदना मिश्रा ने बताया कि मंदिर की मूल संरचना को बहाल करने के साथ-साथ अतिक्रमण हटाने का कार्य भी किया गया है। यह अभियान केवल सार्वजनिक संपत्ति पर बने अवैध निर्माणों के खिलाफ चलाया गया था।