एससीओ शिखर सम्मेलन: आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वकालत

एससीओ शिखर सम्मेलन: आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की वकालत

विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कजाखस्तान के अस्ताना में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद को वैश्विक शांति के सबसे बड़े खतरे के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इन तीन “दानवों” के खिलाफ मिलकर लड़ना जरूरी है। जयशंकर ने आतंकवाद के वित्तपोषकों और प्रायोजकों को सख्त सजा देने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधा।

डॉ. जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद न केवल वैश्विक बल्कि राष्ट्रीय शांति के लिए भी गंभीर खतरा है। इसके खिलाफ एक व्यापक और निर्णायक दृष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। उन्होंने एससीओ की क्षेत्रीय आतंकवाद विरोधी संरचना (आरएटीएस) को आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई के लिए महत्वपूर्ण बताया।

शिखर सम्मेलन के दौरान, जयशंकर ने एससीओ सदस्य देशों की आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाने की सराहना की। उन्होंने उल्लेख किया कि पिछली बार दिल्ली में हुए एससीओ शिखर सम्मेलन में भी कट्टरपंथ और इसके वित्तीय स्रोतों के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई पर बल दिया गया था।

admin

Share