सुन्दरपुर स्थित बैंक शाखा प्रबन्धक की कार्यशैली पर भडके ग्रामीण, भाकियु की अगवाई मे धरना प्रदर्शन
सहारनपुर। बैंक ऑफ बड़ौदा की बिहारीगढ़ सुंदरपुर शाखा मे प्रबंधक द्वारा ग्राहकों के साथ अभद्र व्यवहार करने से लोगो मे आक्रोश पनप रहा है आज लोगो के सब्र का बांध टूट ही गया बैंक से जुड़े उपभोक्ताओ ने भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं को इकट्ठा कर बैंक का चैनल बंद कर धरना दे दिया ।
बाद में सहारनपुर से आए बैंक के उच्च अधिकारियों ने शाखा प्रबंधक अरुण द्विवेदी को तुरंत हटाने का आश्वासन दिया तो किसान धरने से पीछे हट गए।
किसान नेता एवं सुंदरपुर निवासी चौधरी अखिल कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि सुंदरपुर (बिहारीगढ) में बैंक ऑफ बड़ौदा की 2 साल पहले नई ब्रांच खुली थी ।
उस वक्त लोगों को भरोसा हुआ था कि बैंक सेवा आसानी से मिलती रहेगी कुछ दिन तक ठीक-ठाक चलता रहा लेकिन पिछले करीब दो-तीन माह से बैंक शाखा प्रबंधक अरुण द्विवेदी किसानों को बेवजह मनमानी करते हुए परेशान कर रहा है ।
तंग आकर किसानों ने पहले ही शाखा प्रबंधक को सुधारने और कार्य में पारदर्शिता लाने का आग्रह किया था लेकिन उन्होंने बैंक उपभोक्ताओं के साथ अभद्र व्यवहार जारी रखा।
आज लोगों की परेशानियों से तंग होकर भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष चौधरी चरण सिंह के नेतृत्व में बैंक का कार्य ठप कर आम उपभोक्ता सहित किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने की चेतावनी देते हुए बैंक के उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।
सहारनपुर से बैंक ऑफ बड़ौदा के रीजनल ऑफिस से वरिष्ठ प्रबंधक अर्जुन शोभित को सुंदरपुर भेजा गया यहां आकर उसने किसानों की समस्याएं सुनी उसके बाद शाखा प्रबंधक को किसानों के सामने बुलाकर पुष्टि करने के तुरंत बाद घोषणा की कि रिपोर्ट सहारनपुर रीजनल ऑफिस को सौंप दी जाएगी ।
उसके बाद मौजूदा शाखा प्रबंधक को यहां से स्थानांतरित कर दिया जाएगा तथा भविष्य में बेहतर सुविधाएं बैंक उपभोक्ताओं को उपलब्ध कराई जाएंगी। इस आश्वासन पर किसानों ने अपना धरना स्थगित कर दिया।
भारतीय किसान यूनियन के धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से किसान यूनियन के युवा तहसील अध्यक्ष अजय काम्बोज, जिला प्रवक्ता मास्टर रघुवीर सिंह, अखिल चौधरी, शिवम जोगी, राजकुमार काम्बोज, चंचल सिंह, अमित कुमार चौधरी, लक्ष्मण सिंह, उगेश काम्बोज, वेदपाल काम्बोज, ध्यानसिंह सैनी, प्रमोद कुमार, आत्माराम, चौधरी राजकुमार, प्रवीण काम्बोज आदि अनेक ग्रामीण शामिल रहे।
रिपोर्ट। रमन गुप्ता