वासू स्टील फैक्ट्री में बिजली चोरी का मामला: कर्मियों पर मुकदमा, मालिक पर कार्रवाई न होने से उठे सवाल

गुरुकुल नारसन स्थित यूपीसीएल बिजलीघर में वासू स्टील फैक्ट्री के मीटर से छेड़छाड़ कर बिजली चोरी का मामला सामने आया है। इस मामले में फैक्ट्री के कुछ कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन मालिक का नाम एफआईआर में शामिल नहीं किया गया। इससे सवाल उठ रहे हैं कि क्या कर्मचारी अपने स्तर पर फैक्ट्री के लिए बिजली चोरी कर रहे थे, या फिर इसके पीछे किसी बड़े स्तर की मिलीभगत है।
स्थानीय लोगों और अधिकारियों का कहना है कि करोड़ों रुपये का नुकसान कराने वाली इस फैक्ट्री के मालिक पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। बड़े उद्योगों में आमतौर पर एक मीटर फैक्ट्री परिसर में और दूसरा बिजलीघर में होता है ताकि चोरी की संभावना न रहे, लेकिन यहां दोनों मीटरों में छेड़छाड़ मिली है।
यूपीसीएल के लिए अब जांच बड़ी चुनौती बन गई है, क्योंकि रुड़की और भगवानपुर क्षेत्र में बड़ी संख्या में स्टील फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं। प्रदेश के आठ शहर—मंगलौर, लंढौरा, लक्सर, गदरपुर, जसपुर, जोशीमठ, खटीमा और सितारगंज—बिजली चोरी के मामलों में सबसे बदनाम माने जाते हैं। नियामक आयोग ने भी हाल में यूपीसीएल को हाई लॉस फीडरों पर नियंत्रण की सख्त नसीहत दी थी।
रुड़की डिवीजन में पिछले तीन वित्तीय वर्षों में वितरण हानियां 31 प्रतिशत से अधिक रहीं, जिससे यूपीसीएल को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ। इस बीच अधिकारियों की संभावित मिलीभगत के आरोप भी उभर रहे हैं।
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यूपीसीएल के प्रबंध निदेशक अनिल कुमार ने अब आदेश जारी किया है कि रुड़की, भगवानपुर समेत पूरे क्षेत्र की उच्च बिजली खपत वाली फैक्ट्रियों का एनर्जी अकाउंटिंग ऑडिट किया जाएगा। इस ऑडिट से यह स्पष्ट होगा कि बिजली की वास्तविक खपत कितनी है और कहां गड़बड़ी की जा रही है।