स्मृति ईरानी ने वंशवाद की राजनीति को लेकर राहुल गांधी पर साधा निशाना, फेसबुक पर पूछा- वे जन्मजात झूठे हैं या…

स्मृति ईरानी ने वंशवाद की राजनीति को लेकर राहुल गांधी पर साधा निशाना, फेसबुक पर पूछा- वे जन्मजात झूठे हैं या…

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने वंशवाद की राजनीति को लेकर कांग्रेस का जमकर घेराव किया है। उन्होंने बुधवार को फेसबुक पर एक ब्लॉग लिखकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को निशाने पर लिया है।केंद्रीय मंत्री ने पूछा- ‘क्या राहुल गांधी कॉलेज स्तर के चुनावी प्रतियोगी की मानसिकता रखते हैं या वे जन्मजात झूठे हैं?’ उन्होंने आगे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर के लिए राहुल गांधी की गहरी चिंताओं के बारे में भी बात की।

वंशवाद की राजनीति पर हमला
ईरानी ने लिखा, ‘राजवंश सामंती मानसिकता, व्यक्तित्व के दोष, गैर-वैचारिक पदों पर भरोसा करते हैं और मानते हैं कि केवल विशेषाधिकार प्राप्त परिवार से संबंधित लोग ही शासन करने के हकदार हैं। एक वंशवादी लोकतंत्र में योग्यता, प्रतिबद्धता और कुछ देने की क्षमता के लिए कोई जगह नहीं है।’

जन्मजात झूठे हैं राहुल
ईरानी ने अपने पोस्ट में राहुल पर राफेल मुद्दे पर बातचीत से दूर भागने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘निस्संदेह, वह एक जन्मजात झूठे हैं। राजनीतिक प्रणाली यह महसूस कर रही है कि बुनियादी राजनीतिक शिष्टाचार के संदर्भ में उसके साथ सामाजिक संपर्क बनाए रखना खतरनाक है।’

क्या राहुल पहले पोस्ट-ट्रुथ पॉलिटिशियन हैं?
मंत्री ने सवाल किया, ‘क्या वे (राहुल गांधी) पहले पोस्ट-ट्रूथ (Post Truth) पॉलिटिशियन हैं? काल्पनिक राफेल घोटाले से लेकर ऋण माफी घोटाले तक वे केवल भ्रमित बातचीत कर रहे हैं। क्या उनके पास कॉलेज स्तर के चुनावी प्रतियोगी की मानसिकता है या वह जन्मजात झूठे हैं?’ उन्होंने कहा कि आम तौर पर इस तरह के मनोरोग संबंधी मतिभ्रम वार्तालाप के रूप में सार्वजनिक जीवन के लिए अयोग्य व्यक्ति को नियंत्रित करते हैं। पीड़ित लोगों को मदद की जरूरत है न कि राजनीतिक पुरस्कार की।

राहुल-पर्रीकर की मुलाकात के एक दिन बाद लिखा पोस्ट
गौरतलब है कि ईरानी का यह पोस्ट राहुल गांधी के गोवा के मुख्यमंत्री से मुलाकात करने के एक दिन बात आया है। अस्वस्थ चल रहे पर्रीकर से मिलने के बाद राहुल ने दावा किया था कि पर्रीकर ने उन्हें बताया है कि उन्हें पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नए राफेल सौदे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। राहुल के दावे के तुरंत बाद पर्रीकर (जो 2017 तक रक्षा मंत्री थे) ने उन्हें पत्र लिखकर कहा कि उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए झूठ बोला। अपने जीवन के अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे बीमार व्यक्ति को राजनीतिक अवसरवादिता का शिकार मत बनाएं।’

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