एम्स ऋषिकेश में स्वच्छता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण का जश्न, 100 कर्मचारियों को सम्मानित किया गया
एम्स ऋषिकेश ने केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देश पर “स्वच्छता ही सेवा, विशेष अभियान 4.0” और “कर्मयोगी सप्ताह” के अंतर्गत स्वच्छता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण का जश्न मनाने के लिए विशेष समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में स्वच्छता, स्थिरता और संस्थागत विकास के प्रति योगदान के लिए कर्मचारियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. मीनू सिंह ने स्वच्छता को आदत और जीवन शैली में शामिल करने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने स्वच्छता कर्मचारियों से संस्थान को अपना घर मानकर काम करने का आह्वान किया। साथ ही, बायोमेडिकल अपशिष्ट प्रबंधन के महत्व पर भी जोर दिया। डीन एकेडमिक्स प्रो. डॉ. जया चतुर्वेदी ने एम्स ऋषिकेश की सुंदरता और स्वच्छता को बनाए रखने में सामूहिक योगदान की सराहना की, और बताया कि हाल ही में दिल्ली एम्स और एम्स ऋषिकेश को केंद्र सरकार की रिपोर्ट में सराहना मिली थी।
चिकित्सा अधीक्षक प्रो. डॉ. संजीव कुमार मित्तल ने स्वच्छता टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि संस्थान ने भारत सरकार की पहल के अंतर्गत 200 से अधिक एबीएचए आईडी और 50 आयुष्मान भारत योजना कार्ड बनाए, जिससे कर्मचारियों के स्वास्थ्य की प्राथमिकता बनी। डीएमएस डॉ. पूजा भदोरिया ने विशेष अभियान के तहत आयोजित स्वच्छता पदयात्रा, मेगा सफाई अभियान, पौधरोपण और अन्य कार्यक्रमों पर प्रकाश डाला। उन्होंने समुदाय को जागरूक करने के लिए रचनात्मक प्रतियोगिताओं जैसे पोस्टर मेकिंग और “वेस्ट टू आर्ट” का भी आयोजन किया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथियों में प्रो. जया चतुर्वेदी, प्रो. संजीव कुमार मित्तल, डॉ. पूजा भदोरिया, लेफ्टिनेंट कर्नल राजेश जुयाल, सुश्री रीता शर्मा, संदीप कुमार सिंह, डॉ. प्रसुन्ना जेली, ओम आदित्य वर्मा, महावीर सिंह, और राहुल पी.के. शामिल थे। कार्यक्रम के दौरान, एम्स के 100 स्वास्थ्यकर्मी और हाउसकीपिंग स्टाफ को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया, जिनमें स्वच्छता निरीक्षक संजीव सक्सेना, ग्रीन कुमार, स्वच्छता अधिकारी दीपक कुमार, और अन्य कर्मचारियों ने उत्कृष्टता हासिल की। “वेस्ट टू आर्ट” प्रतियोगिता में सुश्री राम्या टी और गौरी शंकर सहित अन्य ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।