फॉलोऑन के मुहाने पर खड़ा है ऑस्ट्रेलिया, पहली पारी में 6 विकेट पर 236

फॉलोऑन के मुहाने पर खड़ा है ऑस्ट्रेलिया, पहली पारी में 6 विकेट पर 236

सिडनी: सिडनी में खेले जा रहे चौथे टेस्ट के तीसरे दिन मेजबान ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ फॉलोऑन के मुहाने पर खड़ा है. तीसरे दिन भारतीय स्पिनरों खासकर कुलदीप यादव के प्रदर्शन ने करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के बीच चौथे टेस्ट में पारी की हार और सीरीज की 3-1 से जीत की उम्मीदों को परवान चढ़ा दिया है. खराब रोशनी और बारिश से करीब सवा घंटे की राहत पाए मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने दिन का खेल खत्म होने के समय अपनी पहली पारी में 6 विकेट पर 236 रन बना लिए हैं. हैंड्सकॉम्ब 28 और पैट कमिंस 20 रन बनाकर पिच पर जमे हुए हैं.

यहां से फॉलोऑन टालने के लिए ऑस्ट्रेलिया को अभी भी 187 रन और बनाने हैं. और उसके हाथ में चार विकेट हैं. भारत के लिए कुलदीप यादव ने तीन, रवींद्र जडेजा ने दो और मोहम्मद शमी ने एक विकेट चटकाया. कंगारू बल्लेबाज पर तीसरे दिन भारतीय स्पिनरों का कहर टूटा. और पिच की स्थिति को यह कहना गलत नहीं होगा कि यहां से ऑस्ट्रेलिया पर फॉलोऑन ही नहीं, बल्कि पारी की हार साफ दिखाई पड़ रही है. जिससे बचने के लिए मेजबान बल्लेबाजों को वर्तमान स्थिति से अभी 386 रन और बनाने हैं. इससे पार पाने के लिए उसके पास दूसरी पारी में मिलाकर 14 विकेट हैं. चलिए जान लीजिए मैच के तीसरे दिन सेशन दर सेशन मैच की क्या स्थिति रही

1. …इसलिए कुलदीप हो चले और खतरनाक!

चायकाल के बाद के सेशन की शुरुआत भी भारत के लिए बहुत ही शुभ रही. पिच में कुछ रफ भी हो चले थे. और ऐसे में इस बार कुलदीप ने राउंड द विकेट की राह थामी! और इस नई रणनीति का फायदा चायकाल के पहले ही ओवर में कुलदीप को मिला. यहां से गुगली और अंदर आती गेंदों ने दाएं हत्था बल्लेबाज को पूरी तरह भ्रमित कर दिया. थोड़ा हैरानी की बात यह रही कि विकेटकीपर होने के बावजूद कंगारू कप्तान टिम पैन (5) कुलदीप की गेंदों को नहीं पढ़ सके. और एक अंदर आई गेंद पर ड्राइव करने की कोशिश में पैनी गेंद को पढ़ने में बुरी तरह चूके, तो छन्न से उनके स्टंप्स बिखर गए

2. हैंड्सकॉम्ब व कमिंस ने दिया सहारा
चायकाल के ठीक अगले ओवर में लगे झटके के बाद हुए अगले करीब सवा घंटे के खेल के दौरान हैंड्सकॉम्ब व कमिंस ने हालात के हिसाब से कुलदीप यादव की गेंदों को पढ़ने और समझने पर ज्यादा ध्यान लगाया. इस दौरान ऊह..आह..उफ्फ की आवाजें नजदीकी फील्डरों के मुंह से निकलती रहीं. कुछ अंदरूनी और बाहर किनारों ने दोनों बल्लेबाजों को छकाया. लेकिन ये अपनी जान बचाने में कामयाब रहे! वहीं, खराब रोशनी और बारिश ऑस्ट्रेलियाई खेमे के लिए राहत लेकर आई. और अब मेजबानों को सीरीज में 3-1 से हार से बचने के लिए बस इसी का सहारा नजर आ रहा है.

1. जडेजा ने उड़ाए तोते!
पहले सेशन के खेल के बाद लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया के लिए साझेदारी बड़ी होने जा रही है, लेकिन लंच के बाद फेंके तीसरे ही ओवर में मारकस हैरिस (79) जडेजा की गेंद पर प्लेडऑन हो हो गए. ऑस्ट्रेलियाई ड्रेसिंग इस झटके से संभला भी नहीं था कि जडेजा ने शॉन मार्श (03) को पवेलियन भेजकर मेजबान टीम को बड़ा झटका दे दिया. स्टेडियम में भारतीय झूम रहे थे, तो मैदान पर जडेजा की जुल्फें लहरा रही थीं. नाइटवॉचमैन लबुशान (38) ने शीर्ष और अपने विशेषज्ञ बल्लेबाजों के सामने पिच पर टिकने का एक अच्छा उदाहरण पेश किया, लेकिन शॉन मार्श के आउट होने के बाद विराट कोहली ने लबुशाने के खिलाफ रच दी साजिश! लबुशाने को पता ही नहीं लगा कि कब रहाणे के रूप में विराट ने शॉर्ट मिडऑन तैनात कर दिया. गेंद थमा दी शमी को. और लबुशॉने ने फ्लिक किया, तो रहाणे ने सीरीज के बेहतरीन कैचों में से एक पकड़ लुबशाने की पारी पर विराम लगा दिया.

2. शुरू हुआ कुलदीप का कहर!
यूं तो कुलदीप यादव ने उस्मान ख्वाजा को पवेलियन भेजकर पहले ही साबित कर दिया था कि वह इस टेस्ट में कंगारुओं के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होने जा रहे हैं, लेकिन यह कहा जाए कि इस लेफ्टी गेंदबाज का कहर चाय से ठीक पहले ओवर में शुरू हुआ, तो एक बार को गलत नहीं होगा, जब उन्होंने जमकर खेल रहे ट्रेविस हेड (20) को अपनी ही गेंद पर लपक इस कहर की शुरुआत की, तो चायकाल के बाद कुलदीप यादव नई रणनीति के साथ सामने आए!

1. कुलदीप ने खोला खाता
न पिच में उछाल थी, न गेंद सीम हो रही थी. बल्ले पर आ भी रही थी एकदम टनाटन. और इसी को देखते हुए वीरवार के नाबाद दोनों कंगारू बल्लेबाज मारकस हैरिस और उस्मान ख्वाजा ने एक दो ओवर बाद ही आक्रामक तेवर दिखाने शुरू कर दिए. कुछ बेहतरीन शॉट दोनों के बल्ले से देखने को मिले. खासकर मारस हैरिस के बल्ले से. ऐसे में जब कुलदीप यादव आए, तो थोड़ा लालच और थोड़ा कन्फ्यूजन लेकर आए. पारी के 22वें ओवर में उस्मान ख्वाजा स्टेप आउट की कोशिश में कुलदीप की गुगली को पढ़ने से चूक गए. बल्ले पर गेंद आई नहीं. और सीधी चली गई शॉर्ट मिडविकेट पर खड़े चेतेश्वर पुजारा के हाथों में. और खुल गया भारत का खाता.

2. हैरिस ने दिखाया दम
सीरीज में अभी तक की मिली सबसे आसान पिच पर ऑस्ट्रेलियाई लेफ्टी ओपनर मारकस हैरिस ने बिना दबाव और खौफ के बल्लेबाजी की. कुछ गनगनाते हुए शॉट उनके बल्ले से निकले. सेशन के दूसरे घंटे में हैरिस ने एकदम आक्रामक तेवर अख्तियार कर लिए हैरिस ने. कॉन्फिडेंस ऊपर था, तो कुलदीप यादव के फेंके 28वें ओवर दे-दनादन तीन चौके जड़ डाले. हालांकि इसके बाद हैरिस का यह अंदाज देखने को नहीं मिला, लेकिन लंच तक उन्होंने लबुशान के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलिया को फिर कोई और झटका नहीं लगने दिया. इस समय ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 40 ओवर में 1 विकेट पर 122 रन था. हैरिस 77 और लबुशान 18 पर जमे हुए थे.

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