गैरसैण आंदोलनकारियों ने किया उत्तराखंड युवा विधानसभा का घेराव

गैरसैण आंदोलनकारियों ने किया उत्तराखंड युवा विधानसभा का घेराव

देहरादून–गैरसैण आंदोलनकारियों ने किया उत्तराखंड युवा विधानसभा का घेराव पिछले दो दिनों से किसान भवन, रिंग रोड देहरादून में उत्तराखंड युवा विधानसभा के तृतीय दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रुप में पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने युवा विधायकों को संसदीय प्रणाली के बारे में बताया और उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रम राज्य में अलग-अलग स्थानों पर होते रहने चाहिए, इससे युवाओं में लोकतांत्रिक प्रणाली की जानकारी और जागरूकता बढ़ती है। आज विधानसभा की कार्यसूची में सर्वप्रथम विपक्षी विधायकों ने मंत्रियों से महिला सुरक्षा, कृषि जैसे गंभीर विषयों पर कई प्रश्न किए। इसके पश्चात सवर्ण आरक्षण विधेयक आज भी सदन में छाया रहा। सवर्ण आरक्षण विधेयक की प्रवर समिति की रिपोर्ट सदन में के पटल पर रखी गई, जिसके बाद विपक्ष की ओर से इस बिल पर कई संशोधन प्रस्ताव रखे गए जिसमें विपक्षी विधायक प्रदीप जोशी ने सरकार से 8 लाख वाली सीमा को रखे जाने का आधार पूछा, एक अन्य विपक्षी विधायक सैफ अली खान ने सरकार से इस आरक्षण के क्रियान्वयन पर नौकरियों के लेखाजोखा के बारे में पूछा। तो वहीं सत्ता पक्ष की ओर से इस बारे में समिति बनाकर पूरा लेखा-जोखा सदन में प्रस्तुत करने का आश्वासन दिया गया।
भोजनावकाश के बाद 3:00 बजे शहीदों की स्मृति में *राष्ट्रीय मौन* रखा गया। इसके पश्चात विपक्ष की ओर से *जल जंगल जमीन* जैसे ज्वलंत मुद्दे पर चर्चा की मांग की गई। चर्चा की शुरुआत करते हुए विपक्षी नेता विकास पाल ने कहा कि भू माफियाओं के कारण आज राज्य त्रस्त है। किसानों को खेती के समुचित साधन उपलब्ध नहीं कराए जाते, जिससे वे अपनी जमीनें बेचने पर मजबूर हो जाते हैं। नेता प्रतिपक्ष बद्रीविशाल ने पड़ोसी राज्य हिमाचल की तर्ज पर भू-अध्यादेश लाए जाने की बात कही। वहीं सत्ता पक्ष की ओर से लव पुरी ने कहा कि भू-अध्यादेश विधेयक जल्द ही सदन में लाया जाएगा। सत्ता पक्ष के एक अन्य विधायक शोभित चंदोला ने कहा कि उत्तराखंड के संसाधनों पर पहला हक यहीं के निवासियों का होना चाहिए, यहां बनने वाली ऊर्जा, यही के काम पहले आनी चाहिए। सत्ता विधायक संदीप रावत ने कहा कि सरकार सभी माफियाओं पर लगाम कसे, जिससे विकास हो सके। इस अवसर पर संदीप चमोली (प्रवक्ता कांग्रेस) , सुरेंद्र कुमार (स्वदेशी जागरण मंच), पूजा सुब्बा (उपाध्यक्ष, गोरखा सुधार सभा), आह्वान के निदेशक रोहित ध्यानी, अध्यक्ष प्रकाश गौड़, उपाध्यक्ष पंकज मैंदोली, सचिव अंकित बिष्ट, लक्ष्मण नेगी आदि मौजूद रहे।

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