विधानसभा के समक्ष धरने पर बैठे हरीश रावत, सरकार की आबकारी नीति को बताया विफल

विधानसभा के समक्ष धरने पर बैठे हरीश रावत, सरकार की आबकारी नीति को बताया विफल

देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के महासचिव हरीश रावत जहरीली शराब कांड और गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर विधानसभा के समक्ष धरने पर बैठे। उन्होंने सरकार की आबकारी नीति को पूरी तरह से विफल बताया।

रुड़की में जहरीली शराब कांड के खिलाफ और गन्ना किसानों की समस्याओं को कांग्रेस ने सड़क से लेकर सदन तक सरकार के खिलाफ घेराबंदी कर दी है। आज भी गन्ना किसानों को भुगतान न होने को लेकर विधानसभा में कांग्रेस विधायकों ने जमकर हंगामा किया। विधायक नारेबाजी करते हुए वेल तक पहुंच गए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष को आधे घंटे तक सदन को स्थगित करना पड़ा।

वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अपनी घोषणा के अनुरूप विधानसभा के समक्ष धरना देने के लिए पहुंचे। उसके साथ कार्यकर्ताओं भी खासी भीड़ थी। कई कार्यकर्ता हाथों में गन्ना लेकर चल रहे थे। इस दौरान पुलिस ने कांग्रेसियों को विधानसभा गेट से पहले रिस्पना पुलिस के लिए उन्हें रोक दिया। इस पर हरीश रावत सड़क किनारे ही धरने पर बैठ गए। साथ ही वह उपवास पर भी हैं।

हरीश रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार हर मुद्दे में फेल हो गई है। चीनों मिलों से गन्ना किसानों को करीब तीन सौ करोड़ का भुगतान भी नहीं हो पा रहा है। सरकार को किसानों की कोई चिंता तक नहीं है।

उन्होंने कहा कि जहरीली शराब कांड सरकार की गलत आबकारी नीति का नतीजा है। उनकी सरकार के कार्यकाल में प्रदेश की आबकारी नीति बेहतर थी। अब प्रदेश की जनता भाजपा सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व विधायक दिनेश अग्रवाल, मंत्री प्रसाद नैथानी भी मौजूद थे।

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