डकैतों को वाहन मुहैया कराने वाली गैंग का सदस्य दबोचा

डकैतों को वाहन मुहैया कराने वाली गैंग का सदस्य दबोचा

रिलायंस ज्वेल्स शोरूम में डकैती डालने वाले बदमाशों को वाहन मुहैया कराने वाली गैंग के एक सदस्य को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस गैंग का नाम तीन दिन पहले बदमाश अभिषेक के पकड़े जाने के बाद सामने आया था। आरोपी ने तीन वाहन बदमाशों को अक्तूबर और नवंबर में मुहैया कराए थे। इसकी एवज में उसे बदमाशों ने 27 हजार रुपये भी दिए थे। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी अभिषेक ने चोरी के वाहन मुहैया कराने वाली गैंग के सदस्य के बारे में जानकारी दी थी। उन्हें ये वाहन अकबर निवासी सैद नागली, अमरोहा उत्तर प्रदेश ने दिए थे। अकबर को पुलिस ने रविवार को अमरोहा से गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि वह पहले राजस्थान में एक कंपनी के स्टोर में काम करता था। उस दौरान उसने एक लड़की से प्रेम विवाह कर लिया और प्रयागराज में इसे रजिस्टर करा लिया। इस पर लड़की के परिजनों ने उसके खिलाफ दुष्कर्म और जानलेवा हमले के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दिया। इस मामले में उसके दोस्त सुमित, अकरम निवासी राजस्थान, मुकेश निवासी राजस्थान भी शामिल थे। सभी आठ महीने तक किशनगढ़ राजस्थान की जेल में बंद रहे।

बाइक पर भी उन्होंने फर्जी नंबर प्लेट लगा दी
जेल से बाहर आने के बाद उनकी पहचान सुजीत नाम के युवक से हुई। उसने एक घटना के लिए दो बाइक और एक कार उपलब्ध कराने को कहा। वादा किया कि इसके लिए अच्छी खासी रकम दी जाएगी। अकबर ने अपने साथी सुमित के साथ मिलकर आगरा से एक कार लूट ली। इसकी नंबर प्लेट बदलकर उसे नजीबाबाद, बिजनौर में सुरक्षित स्थान पर खड़ा कर दिया। कभी कभार वह इसे इस्तेमाल भी करता था। सितंबर माह में उसने एक नीले रंग की बाइक मानेसर और दूसरी गुरुग्राम से चोरी की। इन दोनों बाइक पर भी उन्होंने फर्जी नंबर प्लेट लगा दी।

कब और कहां दिए वाहन

31 अक्तूबर- नीले रंग की बाइक सहारनपुर में सुजीत को दी

छह नवंबर-कार को नजीबाबाद में सुजीत को दिया गया

सात नवंबर-काली रंग की बाइक आईएसबीटी देहरादून में सुजीत को दी

पौंटा में दी जेवरात की डिलीवरी
इस गैंग के सदस्य सब काम पूरी योजना के साथ करते हैं। फिर वह चाहे हुलिया बदलने की बात हो या फिर माल की डिलीवरी की। हर काम के लिए अलग-अलग गैंग का सहारा लिया जाता है। सभी की अपडेट समय-समय पर जेल में बंद सुबोध वीडियो कॉल और व्हाट्सएप की वॉयस कॉल पर लेता है। इस घटना को करने के बाद भी आरोपियों ने जेवरात एक व्यक्ति को पौंटा में सौंपे थे।

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