नरेंद्र मोदी ने सभी से मांगी माफी, और इमोशनल कार्ड के जरिये उत्तराखंड से और रिश्ता पक्का कर गए
उत्तराखंड के लोग भावुक होते हैं। खासकर कुमाऊं के लोगों का भावनात्मक जुड़ाव ही कुछ अलग तरह का होता है, जिसके लिए यहां के लोग सारी सीमाएं लांघने से भी नहीं कतराते। पहाड़ की इसी नब्ज को भांपकर मोदी ने वोट को इनकैश करने के लिए मंगलवार को रुद्रपुर में हुई चुनावी रैली में जमकर इमोशनल कार्ड खेला। पूरे कुमाऊं से जनसभा में उमड़े लोगों को साधने के लिए पीएम मोदी के 35 मिनट के संबोधन में हर शब्द में इमोशन था, हर वाक्य में उत्तराखंड से लगाव, स्नेह और अपनेपन की डोर बंधी थी। रैली में भाषण की शुरुआत पीएम ने मां नंदादेवी के जयकारे से लेकर कुमाऊंनी में जनता से पूछा, कैसो हेरो हाल चाल… (आम लोगों से हालचाल जाना)। प्रदेश के विकास से लेकर भ्रष्टाचार तक पर जनता से भावनात्मक संवाद किया। रैली में आए लोगों के लिए पंडाल की पर्याप्त व्यवस्था न होने के लिए मोदी ने जब जनता से माफी मांगी तो पूरा पंडाल मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। मोदी को एक मिनट के लिए अपना भाषणा रोकना पड़ा। पूरी रैली में भावनात्मक रूप से पीएम मोदी ने उत्तराखंड से अपने रिश्ते को और पक्का किया।
दस साल का विकास 60 साल पर भारी
मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल में जितना विकास उत्तराखंड का हुआ, आजादी के बाद के 60-65 साल में भी नहीं हुआ। उत्तराखंड हर प्रकार की आधुनिक कनेक्टिविटी से जुड़ रहा है। पानी के कनेक्शन से लेकर, शौचालय, उज्ज्वला गैस कनेक्शन, स्वामित्व योजना, बैंक खाते सहित किसान सम्मान निधि तक का भावनात्मक तरीके से जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस तरह से उनकी योजनाओं से जनता को अब सीधे तौर पर लाभ मिल रहा है। यह भी कहा कि इतने सारे काम कैसे होते हैं, जब नीयत सही होती है। नीयत सही तो नतीजे भी सही। यह भी कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब गारंटी पूरा होने की गारंटी। याद कीजिए हमने आपसे कहा था कि एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनेगा। यह गारंटी पूरी करके दिखाई। मेरे मुंह से निकला था कि ये दशक उत्तराखंड का दशक होने वाला। मोदी की गारंटी ने घर-घर में सुविधा पहुंचाई है। लोगों का स्वभिमान बढ़ाया है। तीसरे टर्म में आपका बेटा एक और बड़ा काम करने जा रहा। चौबीस घंटे आपको बिजली फ्री में मिले, इसके लिए पीएम सूर्य घर योजना शुरू की है।