देहरादून में हड़ताल से बेपटरी हुई परिवहन व्यवस्था आमजन परेशान

देहरादून में हड़ताल से बेपटरी हुई परिवहन व्यवस्था आमजन परेशान

साल के पहले दिन ही देहरादून में नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ रोडवेज बस चालकों से लेकर ट्रक, विक्रम, आटो और ई रिक्शा चालक हड़ताल पर रहे। इससे परिवहन व्यवस्था बेपटरी हो गई। नववर्ष का जश्न मनाने देहराूदन, मसूरी समेत आसपास के पर्यटन स्थलों पर पहुंचे पर्यटकों को सोमवार सुबह इस हड़ताल के कारण वापस गंतव्य तक पहुंचने के लिए सड़कों पर भटकना पड़ा। घंटों इंतजार के बाद भी वापसी के लिए लोगों को वाहन नहीं मिले। कुछ बसें रवाना भी हुईं, तो उनमें कई तरह की दुश्वारियों का सामना करना पड़ा। उधर ट्रांसपोर्ट नगर समेत कुछ जगहों पर वाहन लेकर जा रहे लोगों से ट्रक-बस चालकों की झड़प हुई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला। अनुमान के मुताबिक 200 से अधिक रोडवेज की बसें और एक हजार से अधिक ट्रक हड़ताल पर रहे।

वहीं निजी बस चालकों ने परिसर से गाड़ियां ही नहीं निकाली। जिससे आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। दे रहे हैं। हरिद्वार में सिडकुल की ओर तीन स्थानों पर ट्रक चालकों ने बीच रोड पर जेसीबी मशीन, ऑटो रिक्शा, पिकअप आदि गाड़ियां खड़ी कर दी। इसके अलावा ऑटो रिक्शा भी नहीं चले। रुड़की रोडवेज बस अड्डे पर चालकों ने रोके बसों के पहिए। मजबूरी में यात्रियों को टैक्सी करके अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। देहरादून में बसों की हड़ताल के साथ टेंपो का संचालन भी बंद रहा। पहाड़ के जिलों में भी लोग परेशान। साल के पहले दिन परिवहन हड़ताल से पर्यटक काफी परेशान रहे। देहरादून में करीब दो सौ सिटी बसें और एक हजार ट्रकों व टैंकरों के पहिये थमे रहे।

हरिद्वार: ट्रक चालकों ने हाईवे किया जाम

हड़ताल के चलते गंगा स्नान और देव दर्शन करने पहुंचे श्रद्धालुओं को परेशानी हुई। जिन्होंने वाहन चलाने की कोशिश की उन्हें यूनियन के अन्य चालकों ने रोक दिया। बहादराबाद में अनुबंधित बसों के चालकों ने भी वाहन खड़े कर दिए। ट्रक चालकों ने रोशनाबाद सिडकुल क्षेत्र में हाईवे जाम कर दिया। पुलिस प्रशासन ने वार्ता का प्रयास किया तो चालक अभद्रता पर उतर आए। एआरटीओ पंकज श्रीवास्तव उनसे वार्ता करने के लिए पहुंचे। कई यूनियनों को वार्ता के लिए बुलाया गया।

रुड़की: इंतजार करने के बाद लौटे यात्री

रुड़की में सुबह चार बजे के बाद डिपो परिसर से कोई बस नहीं निकली बाहर। बसों का इंतजार करने के बाद यात्री लौटने लगे। तहसीलदार ने चालकों से बात की लेकिन उन्होंने बस चलाने से इन्कार कर दिया। भगवानपुर में वाहन चालकों व प्रदर्शन करने वाले चालकों के बीच नोकझोंक भी हुई। टोल प्लाजा पर वाहनों को रोकने के कारण काॅलेज में परीक्षा देने जा रहे छात्रों को परेशानी झेलनी पड़ी। किशनपुर के एक कॉलेज में पॉलिटेक्निक के छात्रों की परीक्षा थी। कलियर में जाम का सामना करना पड़ा।

ऋषिकेश: रोडवेज की हड़ताल से यात्री भटकते रहे बे-बस

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के तीन दिवसीय हड़ताल के आह्वान के पहले दिन रोडवेज बसों का संचालन ठप रहा। यात्री दिनभर बसों के लिए भटकते रहे। रोडवेज कर्मियों ने दोपहर बाद प्राइवेट बसों का संचालन भी बंद करवा दिया। इससे स्थिति और बिगड़ गई। नए साल का जश्न मनाने बाहर से आए लोगों को भी परेशान होना पड़ा। कुछ लोगों ने प्राइवेट बसों, टैक्सियों और ट्रेनों से आगे का सफर किया।

विकासनगर : वाहनों के लिए भटकते रहे यात्री

ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट यूनियन कांग्रेस की तीन दिवसीय हड़ताल का असर पछवादून और जौनसार बावर में दिखा। सुबह विकासनगर, हबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई में लोग सवारी और यूटिलिटी वाहनों के लिए भटकते रहे। डाकपत्थर-देहरादून रूट पर भी बसों का संचालन पूरी तरह से बंद रहा। रूट पर रोजाना 75 बसें दौड़ती हैं। चकराता और त्यूणी क्षेत्र के ग्रामीण रूटों पर वाहनों का संचालन जारी रहा। हालांकि कालसी क्षेत्र में वाहन संचालन न होने से दिक्कतें आईं।

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