मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों का दर्द : प्रदेश के सीएम को मिलने तक की फुर्सत नहीं

मैडल जीतने वाले खिलाड़ियों का दर्द : प्रदेश के सीएम को मिलने तक की फुर्सत नहीं

उत्तराखंड में अगले वर्ष होने जा रहे 38वें राष्ट्रीय खेलों के लिए जहां एक तरफ सरकार तैयारियों में जुटी है, वहीं दूसरी ओर वर्ल्ड चैंपियनशिप और एशियन गेम्स के पदक विजेताओं से मुंह फेरा जा रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि देश के पीएम नरेंद्र मोदी तक उनसे मिल चुके हैं लेकिन प्रदेश के सीएम और खेल मंत्री सिर्फ राष्ट्रीय खेलों के पदक विजेताओं की फोटो सोशल मीडिया में शेयर कर रहे हैं। सीएम और खेल मंत्री की ओर से न तो उन्हें मिलने के लिए बुलाया जा रहा है और न ही पूर्व में खेलीं प्रतियोगिताओं की पुरस्कार राशि दी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ियों का कहना है कि वह कई प्रतियोगिताओं में देश के लिए पदक जीत चुके हैं लेकिन राज्य सरकार की ओर से उन्हें अभी तक प्राइज मनी नहीं दी गई हैं।

चिराग भी उत्तराखंड सरकार से नाखुश
काशीपुर निवासी अंतरराष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी चिराग बरेठा ने बताया कि हाल ही में चीन में हुए एशियन गेम्स में उन्होंने रजत व कांस्य पदक हासिल किया। इसके लिए बतौर पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में उनसे मुलाकात भी की लेकिन उत्तराखंड के सीएम व खेल मंत्री की ओर से उन्हें मिलने के लिए भी नहीं बुलाया गया। अन्य राज्यों के खिलाड़ियों को पदक लाने पर ज्यादा प्राइज मनी दी जाती है लेकिन उत्तराखंड में काफी कम है। वह चेन्नई में आयकर विभाग में निरीक्षक के पद पर केंद्र सरकार की नौकरी कर रहे हैं।जापान में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में मनोज ने जीते थे रजत व कांस्य पदक
टोक्यो पैरालंपिक के कांस्य पदक विजेता व अर्जुन अवार्डी मनोज सरकार ने वर्ष 2022 में जापान में हुई पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप में रजत व कांस्य पदक जीता था। इस खेल के लिए राज्य सरकार की ओर से अभी तक मनोज को लाखों रुपये नहीं दिए गए हैं। मनोज सरकार ने बताया कि रुद्रपुर में हुई तीसरी राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन स्पर्धा में पदक लाने के भी रुपये नहीं मिले हैं। बताया कि इसके लिए उन्होंने कई बार खेल निदेशालय से संपर्क किया, लेकिन वहां से सिर्फ आश्वासन ही मिला है।

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